*तम्बाकू गुटखा बीड़ी सिगरेट सरलता पूर्वक छोड़ें*
Welcome to
Nasha Mukti Arogyam
Rid- drugs (Tobacco)
(तम्बाकू मुक्ति दवा)
यह आयुर्वेदिक ओषधियों से निर्मित तम्बाकू मुक्ति दवाई
है, जो तम्बाकू की लत से परेशान लोगों के लिए एक कामयाब नुस्खा है । यह
बहुत ही कम समय में तम्बाकू से सम्बन्धित जैसे जर्दा, गुटखा, बीड़ी,
सिगरेट, जेसे मादक पदार्थों से मुक्ति दिलाती है। यह तम्बाकू की लत को इतने
कम समय में छुड़ाने वाली भारतवर्ष की पहली एक मात्र आयुर्वेदिक मेडिसिन है ।
स्वेच्छा से सरलता पूर्वक छोड़ें
तम्बाकू मुक्ति दवा''
को स्वयं की इच्छा के अनुरूप नियमित रूप से सेवन करने से धूम्रपान के आदी
व्यक्तियों का बीड़ी सिगरेट तम्बाकू गुटखा जैसे पदार्थ 15 से 20 दिन की
अवधि में सरलता पूर्वक छूट जाता है।
विशेषता :-
तम्बाकू मुक्ति दवा'' को नियम पूर्वक लेने से तम्बाकू गुटखा बीड़ी सिगरेट आदि की इच्छा नहीं होती है।
इन मादक पदार्थों की तलब नहीं आती है और तम्बाकू से सम्बन्धित चीजों का सेवन करने पर अच्छा नहीं लगता है।
यह बहुत ही कम समय में तम्बाकू की लत से मुक्ति दिलाती है।
इस दवाई के कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
इस
दवाई के सेवन से तम्बाकू के आदी व्यक्ति को किसी प्रकार की परेशानी का
सामना नहीं करना पड़ता और सरलता से तम्बाकू धुम्रपान से छुटकारा मिल जाता
है।
स्वेच्छा से तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट, गुटखा छोड़ने वालों के लिए सिर्फ एक ही कोर्स में धूम्रपान की लत से छुटकारा मिल जाता है।
इसमें ऐसी कोई प्रतिबंधित वस्तु नहीं है ,जो शरीर को हानि पहुँचाती हो।
हमारा उद्देश्य
''नशा
मुक्ति आरोग्यम्'' मानव सेवा के भाव से सस्ती एवं सुलभ नशा मुक्ति दवाई
उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। एवं दूर - दराज के लोगों को भी इस सेवा
का लाभ पहुंचाने की कोशिश की जाती हैं।
'' नशा मुक्त आम जन ''
'' नशा मुक्त इण्डिया '' ही हमारी सोच हैं।
केवल स्वेच्छा से दवा खाकर छोड़ने वाले ही सम्पर्क करें।
''तम्बाकू मुक्ति दवाई''
घर बैठे भी ऑर्डर कर सकते हैं
एन्टी तम्बाकू दवाई की कीमत
मात्र 700/- रूपये
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-: तम्बाकू से हानियाँ :-
विश्व भर में तम्बाकू, सिगरेट, गुटखा के बढ़ते उपयोग और उसके स्वास्थ्य पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभाव चिंता का कारण बन गए हैं।
गैर संचारी रोग (एनसीडी) जैसे कि इस्कीमिक हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह, पुरानी सांस की बीमारियां इत्यादि विश्व स्तर पर होने वाली मृत्यु का प्रमुख कारण है ।
तम्बाकू, गुटखा,बिड़ी, सिगरेट के सेवन के साथ जुड़ी है डब्ल्यूएचओ प्रमाणित डाटा के अनुसार विश्व में हर वर्ष 38 लाख लोग एनसीडी से मर जाते हैं तथा निम्न और मध्यम आय वाले देशों में लगभग 58% लोग एनसीडी से मर जाते हैं।
तम्बाकू का सेवन विभिन्न तरह से किया जाता है सिगरेट, बीड़ी, शिगार, हुक्का, तम्बाकू चबाना, गुटखामिश्रित आदि कई प्रकार से तम्बाकू का सेवन किया जाता है।
तम्बाकू में निकोटिन एवं कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे खतरनाक घटक होते हैं।
सिगरेट पीने (धूम्रपान) के कारण और इसके अवशोषण के बाद, निकोटिन तेजी से मस्तिष्क में पहुंचता है तथा कुछ सेकण्ड के बाद तुरंत मनोवैज्ञानिक गतिविधियां सक्रिय हो जाती है, इसके बाद यह स्थितियां और अत्यधिक प्रबल हो जाती हैं ।
निकोटीन मस्तिष्क में रिसेप्टर्स को बांधता है, जहां पर यह मस्तिष्क के चयापचय को प्रभावित करता है।
निकोटीन अधिकतर पूरे शरीर, कंकाल, मांसपेशियों में वितरित हो जाता है । व्यक्ति में नशे की अन्य आदतों वाले पदार्थों द्वारा गतिविधियों में सहनशीलता विकसित होती हैं।
कार्बन मोनोऑक्साइड रक्त में लेकर जाने वाली ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देता है जो सांस लेने में तकलीफ का कारण बनता है ।
कार एक चिपचिपा अवशेष है, जिसमें बैन्जोपाइरीन होता है, जो कि घातक कैंसर होने वाले "कारक एजेंटों" के नाम से जाना जाता है ।
अन्य यौगीकों में कार्बन डाई ऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड, अमोनिया अस्थिर नाइट्रोस्माइस, हाइड्रोजन साइनाइड, अस्थिर सल्फर युक्त योगीकों, अस्थिर हाइड्रोकार्बन, एल्कोहल एल्डिहाइड और निकोटिन शामिल हैं। कुछ यौगिकों को शरीर के विभिन्न अंगों में होने वाले कैंसर के कारणों के लिए जाना जाता है ।
तम्बाकू का सेवन स्वसन तंत्र के कैंसर, फेफड़े, संपूर्ण ऊपरी जठरांत्र संबंधी, यकृत (लिवर), अग्नाशय, गुर्दा, मुत्राशय, मौखिक केविटी (गुहा), नाक कैविटी (गुहा), गर्भाशय ग्रीवा, आदि की समस्याओं से जुड़ा होता है ।
धुंआ रहित तम्बाकू (तम्बाकू चबाना और सूंघना, नसवार आधी) मौखिक कैविटी (गुहा) के कैंसर का प्रमुख कारण होते है।
नशा मुक्ति आरोग्यम्
तालेड़ा, बून्दी, राजस्थान
मो. 820 963 1516
Email - nashamuktiayu@gmail.com
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