अफीम मुक्ति दवा
यह प्राकृतिक ओषधियों से निर्मित व्यसन उपचार के लिए सरल, सफल एवं कामयाब
अफीम मुक्ति दवाई है। यह व्यसन उपचार को शत-प्रतिशत कामयाब बनाती हैं। यह बहुत ही कम
समय में अफीम, डोडा पोस्त के व्यसन से मुक्ति दिलाती है।
स्वेच्छा से सरलता पूर्वक छोड़ें
इस
दवाई के कोई साइड इफेक्ट नहीं है। वयस्क और स्वस्थ व्यक्ति जो सामान्य तौर
पर अफीम, डोडा पोस्त का सेवन करते है, ऐसे व्यक्तियों को एक ही कोर्स में
इस व्यसन की लत से छुटकारा मिल जाता है।
यह किस प्रकार कार्य करती है
इस
आयुर्वेदिक दवाई से किसी प्रकार का दर्द तकलीफ, बैचेनी, घबराहट, आँखों में
पानी आना, अनिन्द्रा, उल्टी, दस्त आदि की कोई समस्या नहीं रहती हैं।
जिससे अफीम, डोडा पोस्त के नशे को आसानी से छोड़ना सम्भव हो जाता है।
इस दवाई की कोई आदत नहीं पड़ती है, बल्कि 10 -12 दिन बाद में ही दवाई की मात्रा को धीरे धीरे कम किया जा सकता है।
इस
दवाई का सामान्य तौर पर अफीम, डोडा पोस्त का सेवन करने वाले व्यक्तियों को
केवल 30 दिन के कोर्स में ही नशे की लत से छुटकारा मिल जाता है।
जीवन चक्कर बदलना आसान
अफीम,
डोडा पोस्त का सेवन करने वाले व्यक्ति के शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है।
नियमानुसार एन्टी ओपियम नशा मुक्ति आयुर्वेदिक दवाई लेने से धीरे धीरे शरीर
का सन्तुलन फिर से सामान्य होने लगता है, और बिना परेशानी के तथा बिना
भर्ती के भी नशा मुक्ति आरोग्यम् की रिडाफिम दवा लेने से अफीम की आदत छुट जाती है।
व्यसन पीड़ित व्यक्ति का जीवन चक्र बदलने लगता है। और जीवन जीना आसान हो जाता हैं।
यह खास क्यों है ?
इस दवाई की आदत नहीं पड़ती है, बल्कि कोर्स पूरा होने पर आसानी से दवाई को धीरे धीरे बन्द कर सकते है।
इसमें
ऐसी कोई प्रतिबंधित वस्तु नहीं है, जो शरीर को हानि पहुँचाती हो। इसमें
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने जैसे गुण विद्यमान है, जो कि नशे की बीमारी से लड़ने
के अलावा स्फूर्ति का एहसास भी कराती है। इसकी लत को छोड़ने के बाद
शारीरिक व मानसिक रूप से काफी लाभ मिलता है।
अफीम का सेवन करने वालों को अफीम न मिलने पर
अफीम
डोडा पोस्त का नशा बहुत ही घातक व्यसन है। अफीम का नशा करने वाले व्यक्ति
को यह समय पर न मिलने पर असहनीय शारीरिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है। अफीम
का नशा किसी मादक पदार्थ या मादक द्रव्य से सम्बंध ऐसी मानसिक एवं शारीरिक
निर्भरता है जो प्रायः नियंत्रण से परे होती है। अफीम का सेवन करने वाले
व्यक्ति को बिना दवाई के इसे छोड़ना बहुत कठिन होता है।
अफीम के दुष्परिणाम
अफीम
का सेवन दवाई के तौर पर करना ही फायदेमंद है, अगर इसे नशे के तौर पर लिया
जाए, तो इससे कई शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं । जैसे कि
1. आंखों में धुंधलापन महसूस होना
2. होंठ और नाखून नीले पड़ना
3. सीने में दर्द या बेचैनी जैसा अनुभव होना
4. ठंड लगना
5. ठंड लगने के साथ-साथ पसीना आना
6. उलझन और बेहोशी जैसा महसूस होना
7. स्किन पर चिपचिपापन महसूस होना
8. खांसी के साथ गुलाबी झागदार थूक निकलना
9. डिप्रेशन से ग्रसित होना
10. तेज-तेज सांस लेना
11. सोने में कठिनाई
12. लेटने या बैठने के बाद अचानक उठने पर चक्कर आना या बेहोशी आना
13. दिल की धड़कन तेज होना
14. सिरदर्द बने रहना
15. ज्यादा भूख लगना
15. ब्लड प्रेशर अनियंत्रित रहना
शरीर में अफीम का ओवरडोज होने से यह परेशानी उन लोगों में देखी जाती है, जो दवा के अलावा अलग-अलग रूप में अफीम का सेवन करते हैं।
हमारा उद्देश्य
''नशा
मुक्ति आरोग्यम्'' मानव सेवा के भाव से सस्ती एवं सुलभ नशा मुक्ति दवाई
उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। एवं दूर - दराज के लोगों को भी इस
सेवा का लाभ पहुंचाने की कोशिश की जाती हैं।
'' नशा मुक्त आम जन ''
'' नशा मुक्त इण्डिया '' ही हमारी सोच हैं।
केवल स्वेच्छा से छोड़ने वाले ही सम्पर्क करें।
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सम्पर्क करें
मो. 820 963 1516
Nasha Mukti Arogyam kota [ Raj
Email - nashamuktiayu@gmail.com
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